धर्म, संस्कृति के सच्चे संवाहक थे स्वामी प्रेमानंद महाराज: ललितानन्द गिरि

हरिद्वार

उत्तरी हरिद्वार के सम्भाव आश्रम के अध्यक्ष ब्रह्मलीन स्वामी प्रेमानंद महाराज को संत-महंतों व गणमान्यजनों ने भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए उनकी शिष्या साध्वी माता रोहिणी शर्मा (राधा माता) को महंताई चादर तिलक कर गद्दीनशीन किया। श्रद्धांजलि समारोह व तिलक चादर के मौके पर स्वामी ललितानंद गिरि ने ब्रह्मलीन संत को भावभीनी श्रद्धाजंलि अर्पित करते हुए कहा कि प्रेमानंद महाराज का समूचा जीवन धर्म, संस्कृति की रक्षा व सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार को समर्पित रहा। उन्होंने सदैव धार्मिक व सामाजिक गतिविधियों में बढ़-चढ़कर योगदान दिया। अपने कथा, सत्संग के माध्यम से उन्होंने देश-विदेश में भारतीय संस्कृति की पताका फहराने का कार्य भी किया।

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