पीएचडी चैम्बर्स, सिडबी और जयपुरिया  इंस्टीट्यूट ऑफ  मैनेजमेंट के सहयोग से हुआ कार्यक्रम का आयोजन

लखनऊ।

पीएचडी चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के यूपी चैप्टर ने सिडबी और जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट लखनऊ के सहयोग से नया व्यवसाय शुरू करने के लिए सरकारी योजनाएं पर एक वर्चुअल सत्र का आयोजित किया। सत्र का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नया व्यवसाय शुरू करने के लिए सरकारी योजनाएं के बारे में बताना तथा उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए किया गया। सत्र के दौरान सिडबी के जनरल मैनेजर राजीव कुमार ने कहा कि स्वालंबन क्लब का उद्देश्य देश में उद्यमिता के समग्र विकास के लिए सभी कार्यों को एकीकृत और समन्वित करने के लिए एक व्यापक कार्यक्रम करना हैं। स्वावलंबन क्लब छात्रों और शिक्षकों के साथ जुडऩे और उन्हें उद्यमिता की ओर प्रेरित करने के लिए सिडबी का एक अभिनव दृष्टिकोण है। आईएसीसी के कार्यकारी परिषद सदस्य मुकेश सिंह ने राज्य के युवाओं को सही रास्ता दिखाने और उन्हें सफ ल उद्यमियों में बदलने के लिए सही सरकारी योजनाओं और क्रेडिट सुविधाओं के साथ शिक्षित करने के महत्व के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि उद्यमियों द्वारा बनाए गए नए उत्पाद और सेवाएं एक व्यापक प्रभाव पैदा कर सकते हैं। महासचिव पीएचडी चैम्बर डॉ. योगेश श्रीवास्तव ने उद्यमिता के प्राथमिक महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि उद्यमियों को अक्सर राष्ट्रीय संपत्ति के रूप में माना जाता है। उन्होंने यह भी कहा कि उद्यमिता के महत्व को कम करके नहीं आंका जाना चाहिए। क्योंकि उद्यमी राज्य के साथ-साथ राष्ट्र में आर्थिक विकास को बढ़ावा देते हैं। एसोसिएट प्रोफेसर और सह-अध्यक्ष सेंटर फॉर एंटरप्रेन्योरशिप एंड फैमिली बिजनेस, जयपुरिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट के संजीव ने उद्यमिताऔर पारिवारिक व्यवसाय के लिए एआईसीटीई प्रमाणित सेंटर-इनक्यूबेशन सेल के तहत सेवाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इनक्यूबेशन सेल संस्थान के भीतर और आसपास के क्षेत्र में उद्यमिता कौशल विकसित करने के विचार को बढ़ावा देता है ताकि उद्यमियों को तैयार किया जा सके।

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