रीवा में एक लाख के बदले दे रहे थे तीन लाख
रीवा
जिले में नकली नोटों का बड़ा कारोबार चल रहा है। इसके तार राजस्थान तक जुड़े हैं। ऐसे ही एक नेटवर्क का पर्दाफाश गत दिवस पुलिस ने किया है। राजस्थान से नकली नेाट लेने रीवा आए दो तस्करों सहित तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उनसे डेढ़ लाख रुपए के नकली नोट बरामद किए हैं। खास बात यह हे कि मामले का खुलासा एक कथित अपहरण की घटना के बाद हुआ। पुलिस ने जब एक बदमाश को पकड़ा तो उससे पूछताछ में रीवा जिले में चल रहे नकली नोट के कारोबार का पर्दाफाश हो गया। बताते हैं, राजस्थान के भरतपुर में आरयू अस्पताल चलाने वाले देवतालाब निवासी रौनक पाण्डेय से एक लाख के बदले तीन लाख रुपये के नकली नोट का सौदा किया था। उसने एक लाख रुपये आरोपी के खाते में ट्रांसफर किए थे। सौदा तय होने के बाद डॉक्टर ने दो युवकों को किशनचंद लोधी पिता नेमीचंद निवासी नेहरा लोधा थाना चिकसाना जिला भरतपुर राजस्थान, रिंकू लोधी उर्फ भल्द पिता तिरोड़ी लोधी निवासी तेहरा लोधा थाना चिकसाना जिला भरतपुर को राजस्थान से नकली नोट लेने के लिए रीवा भेजा था। यहां आरोपी रोनक उनको कम नोट दे रहा था। इसमें उनमें आपस में ही विवाद हो गया। ऐसे खुला मामला – नोटों को लेकर हुए विवाद के बाद अमहिया थाने के अस्पताल चौराहे के पास कार सवार दो युवकों ने बदमाशों द्वारा अपहरण कर रुपए व मोबाइल छीनने की सूचना पुलिस को दी। एसपी ने जांच करवाई तो परतें खुलने लगीं। रौनक के साथी अभिनव सिंह निवासी शुकलगवां थाना ताला सतना के पास पहुंच गए तीनों को गिरफ्तार कर लिया।