मातृ सदन में बड़ी वादरात को अंजाम देने की आंशकाओं पर लगा विराम

हरिद्वार 

मातृ सदन आश्रम में संदिग्ध लोगों के आश्रम में घुसने की दो घटनाओं की शिकायत को पुलिस ने गम्भीरता से लेते हुए जांच के बाद साजिश की आंशकाओं पर विराम लगाते हुए दोनों मामले का पटाक्षेप कर दिया हैं। दोनों घटनाओं में कोई संदिग्धता प्रतीत नहीं हुई। जिनमें एक घटना में आश्रम में घुसा युवक मानसिक रूप से बीमार निकला, जोकि बरसात से बचने के लिए पहुंचा था। जिसकी मानसिक स्थिति मनोचिकित्सक से जांच कराने के बाद स्पष्ट हो गयी। वहीं दूसरी घटना में शामिल महिला को आश्रम के ही लोगों ने पकड़ कर पूछताछ के बाद पुलिस को बिना जानकारी दिये छोड़ दिया। जिस कारण उसकी पहचान नहीं हो सकी है। जिसके साथ एक सीसीटीवी कैमरे में नजर आ रहा युवक ग्वाला निकला। जिससे आश्रम संचालकों की मौजूदगी में पूछताछ की गयी। लेकिन उसकी भी कोई संदिग्धता प्रतीत नहीं हुई। लेकिन पुलिस ने युवक को वर्तमान में संज्ञेय अपराध किए जाने से रोकने के लिए उसके खिलाफ शांतिभंग में चालान कर दिया है। कनखल थाना एसओ नितेश शर्मा ने बताया कि मातृ सदन आश्रम संचालक की ओर से 12 अगस्त 23 को एक शिकायत की गई थी। शिकायत में कहा गया था कि 11 अगस्त 23 की रात्रि 10 बजे एक संदिग्ध साजिश के तहत आश्रम में घुसा था। शिकायत पर चौकी जगजीतपुर पुलिस ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए आश्रम पहुंचकर उसको चौकी लाया गया, जोकि बदहवास हालत में था। प्रथम दृष्ट्या संदिग्धा मानसिक रूप से बीमार प्रतीत हुआ। पूछताछ के दौरान संदिग्ध ने अपना नाम बबलू पुत्र बैजनाथ (24) निवासी जिला छपरा बिहार बताते हुए खुलासा किया कि वह रात में पहले घाट और अन्य शेल्टर में सोकर जीवन यापन कर रहा था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से अत्यधिक तेज बारिश होने के कारण वह आश्रम के पीछे स्थित कमरे में रात में सोने के लिए चले जाता था और दिन में इधर-उधर घूम कर मांग कर खाना खा लेता था। उन्होंने बताया कि मातृ सदन के आसपास रहने वाले लोगों से पूछताछ में पता चला कि कांवड़ के बाद से यह युवक यहां आस-पास घूमता फि़रता देखा जा रहा हैं जोकि दिमागी रूप से परेशान है जो लोगों के घरों और दुकानों के आगे मांगकर अपना पेट भरता है। पुलिस ने युवक के सम्बंधा में उसके घर पर सम्पर्क करने का प्रयास किया लेकिन कोई सफलता नहीं मिल सकी। जिसको लेकर पुलिस चौकी लेकर पहुंची और उसकी मनोस्थिति का पता लगाने के लिए मेला अस्पताल में तैनात मनो चिकित्सक डॉ. राजीव रंजन से उसका मेडिकल कराया गया। चिकित्सक ने भी युवक की मनो स्थिति ठीक नहीं बताई है। जिसके बाद युवक को चौकी में रखा गया हैं, जहां पर फिलहाल उसकी देखभाल करते हुए उसके परिजनों से सम्पर्क करने का प्रयास किया जा रहा है। कनखल एसओ ने बताया कि वहीं दूसरी घटना 18 अगस्त 23 को दोपहर को एक महिला को मातृ सदन आश्रम के क्लीनिक में पकड़ा गया। जिसको आश्रम के ही किशन महाराज द्वारा पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया। जिसकी जानकारी पुलिस को नहीं दी गयी। इसी दौरान आश्रम संचालकों ने सीसीटीवी कैमरे की फुटेज चैक किया तो महिला के साथ एक लड़का भी कैमरे में नजर आया। जिसके बाद आश्रम की ओर से षड़îंत्र के तहत आश्रम में घुस कर कोई एक बड़ी वारदात अंजाम देने की आंशका प्रकट करते हुए पुलिस से शिकायत की। शिकायत को पुलिस ने गम्भीरता से लेते हुए आश्रम पहुंचकर सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया तो पता चला कि उक्त महिला और कैमरे में नजर आ रहा युवक प्रेमी जोड़ा है, जोकि सुनसान रास्ते की तरफ टहलते हुए आश्रम तक पहुंचे हैं। उन्होंने बताया कि फुटेज के आधाार पर युवक की पहचान सावन पुत्र सतीश निवासी जगजीतपुर अड्डा थाना कनखल हरिद्वार के रूप में हुई। जिसको पुलिस ने दबोच लिया और आश्रम के संचालकों की मौजूदगी में पूछताछ की गयी। जिसने बताया गया कि वह भैंस चरा रहा था, इसी दौरान भैंस का बछड़ा चरते-चरते आश्रम की तरफ आ गया था। जिसको लेने के लिए वह आश्रम पहुंचा था। प्रथम दृष्ट्या युवक की भी कोई संदिग्धता प्रकट नहीं हुई है। लेकिन पुलिस ने युवक को वर्तमान में संज्ञेय अपराध किए जाने से रोकने के लिए शांतिभंग में चालान कर गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल पुलिस ने आश्रम के आसपास अपनी गश्त तेज कर दी है। इस संबंध में वन विभाग के अधिकारियों से भी बात करके आश्रम के रास्ते पर चेतावनी बोर्ड्स लगाकर लोगो को चेताने व उक्त रास्ते पर न टहलने हेतु अवगत कराया गया है।

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