मोदी के दोस्त बने कश्मीर के नाजिम, सेल्फी शेयर की

श्रीनगर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को कश्मीर दौरे पर पहुंचे हैं। पीएम मोदी ने इसी दौरान सोशल मीडिया पर एक सेल्फी शेयर करते हुए लिखा दोस्त नाजिम, अब यह तस्वीर चर्चा का विषय बन गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेट्फार्म एक्स पर गुरुवार को पुलवामा निवासी नाजिम के साथ एक सेल्फी साझा की है।

इसके साथ ही पीएम मोदी ने लिखा है, कि दोस्त नाजिम के साथ मेरी एक यादगार सेल्फी। मैं उनके अच्छे कार्यों से प्रभावित हुआ। उन्होंने मुलाकात के दौरान सेल्फी का अनुरोध किया। उनसे मिलकर प्रसन्नता हुई। उनके उज्जवल भविष्य के लिए किए जा रहे प्रयासों के लिए मेरी शुभकामनाएं हैं।
यहां पीएम मोदी ने सेल्फी पोस्ट की वहां सवाल उठे कि आखिर नाजिम हैं कौन जिन्हें पीएम इतनी ज्यादा प्राथमिकता दे रहे हैं। यहां बताते चलें कि पीएम मोदी के साथ सेल्फी में दिख रहे नाजिम कोई और नहीं बल्कि विकसित भारत कार्यक्रम के एक लाभार्थी हैं और उन्होंने विकसित भारत विकसित जम्मू-कश्मीर कार्यक्रम के दौरान पीएम मोदी से वार्तालाप की है।

नाजिम ने बातचीत के दौरान 2018 से शुरु की गई अपने शहद विक्रय की यात्रा का व्यौरा प्रस्तुत किया। नाजिम का कहना है कि जब वो 10वीं क्लास में पढ़ रहे थे तभी से उन्होंने मधुमक्खी पालन का कार्य शुरू किया। साल 2019 में नाजिम ने सरकार से सब्सिडी के साथ मधुमक्खियों के 25 बस्े हासिल किए थे। इसमें से नाजिम ने 75 किलो शहद निकाला और आस-पास के ग्रामीण इलाकों में उसे बेचने का काम किया। इससे उसने 60,000 हजार रुपये की कमाई की। अब नाजिम का यह कारोबार बढ़कर 25 बक्सों से 200 बक्सों तक पहुंच गया है।

पीएम मोदी के दोस्त बने नाजिम ने बताया कि प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम की मदद उन्होंने ली है। इस योजना के तहत 5 लाख रुपये मिले और फिर नाजिम ने 2020 में वेबसाइट शुरू कर शहद विक्रय का कार्य शुरु कर दिया। नाजिम के शहद को ब्रांड के तौर पर एक अलग पहचान मिली है, जिस कारण साल 2023 में पांच हजार किलो का शहद वह बेच पाया है। अब नाजिम के साथ करीब सौ लोग काम कर रहे है।
कश्मीर की मीठी क्रांति का नेतृत्व किया
नाजिम से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने पूछा, कि जब छोटे थे, तब क्या बनना चाहते थे? इस पर नाजिम ने बताया कि उनके पैरेंट्स तो उन्हें डॉक्टर या इंजीनियर बनाना चाह रहे थे, लेकिन वह कुछ अलग करना चाहता था। इस पर पीएम मोदी ने कहा, कि आपके परिवार ने आपकी क्षमता को पहचाना और आप उनके अनुसार डॉक्टर बन सकते थे, लेकिन आपने उस रास्ते को नहीं चुना। आप ने ऐसा करके कश्मीर की मीठी क्रांति का नेतृत्व किया है। इसके लिए आपको बहुत-बहुत बधाई।

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