देववाणी संस्कृत हमारे प्रदेश की द्वितीय राजभाषा है और यह हमारा कर्तव्य है कि हम अपने प्रदेश में संस्कृत भाषा के उत्थान के लिए हर संभव प्रयास करें: राज्यपाल
देहरादून
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) से गुरुवार को राजभवन में संस्कृत शिक्षा सचिव चंद्रेश कुमार यादव एवं उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. दिनेश चंद्र शास्त्री ने भेंट कर विश्वविद्यालय एवं प्रदेश में संस्कृत भाषा के विषय में चल रही गतिविधियों के विषय में अवगत कराया। इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि देववाणी संस्कृत हमारे प्रदेश की द्वितीय राजभाषा है और यह हमारा कर्तव्य है कि हम अपने प्रदेश में संस्कृत भाषा के उत्थान के लिए हर संभव प्रयास करें। उन्होंने कहा कि संस्कृत विश्वविद्यालय के माध्यम से इस दिशा में कार्य किया जा रहा है। राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड संस्कृत विश्वविद्यालय को छात्र-छात्राओं को बेहतर वातावरण एवं सुविधा उपलब्ध कराने के अतिरिक्त प्रयास भी करने चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को शोध हेतु अन्य विश्वविद्यालयों के साथ छात्र विनिमय कार्यक्रम भी साझा करने चाहिए। राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान समय में विश्वविद्यालय में चल रही कठिनाइयों का शीघ्र ही उचित समाधान निकाला जाएगा। इस अवसर पर सचिव राज्यपाल रविनाथ रामन, अपर सचिव राज्यपाल स्वाति एस. भदौरिया, निदेशक संस्कृत शिक्षा पदमाकर मिश्रा, रजिस्ट्रार गिरीश कुमार अवस्थी एवं निजी सचिव राज्यपाल ललित जोशी भी उपस्थित रहे।