तीन गांवों में 180 से ज्यादा बीमारों का चल रहा इलाज
मथुरा
जनपद मुख्यालय से करीब तीस किलोमीटर की दूरी पर फरह ब्लॉक के गांव कोह सहित असपास के तीन गांवों में कोहराम मचा हुआ है। तीनों गांवों में घर घर चारपाई बिछी हुई हैं। ग्रामीणों का कहना है करीब 180 लोगों को इलाज चल रहा है। इनमें अधिकांश बच्चे और बुजुर्ग हैं। चार दिन में बीमारी के चलते आठ बच्चों की मौत हो चुकी है।
मथुरा के फरह ब्लॉक में तीन गांव में हालात भयावह हैं। यहां महज चार दिन के अंदर बुखार के चलते आठ मरीजों की मौत से कोहराम मचा हुआ है। ग्रामीणों का कहना है कि 180 से ज्यादा लोग बीमार भी हैं। जिनका मथुरा के अलावा आगरा और भरतपुर में इलाज चल रहा है। ब्लॉक का कोह गांव सबसे ज्यादा प्रभावित है। लोगों में इस बात का भी डर है कि कहीं यह कोरोना की तीसरी लहर तो नहीं। हालांकि स्वास्थ्य विभाग की टीम बीमार लोगों की जानकारी जुटाने में लगी है सीएमओ ऑफिस के नोडल अधिकारी डॉक्टर भूदेव का दावा है कि यह मौसमी वायरल फीवर है। स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार नजर बनाए हुए है। एसडीएम, विधायक पूरन प्रकाश, एसीएमओ और फरह स्वास्थ्य केंद्र के डाक्टरों ने गांव के हालातों का जायजा भी लिया। इसी बीच विधायक को लोगों के गुस्से का भी सामना करना पड़ा। विधायक पूरन प्रकाश को ग्रामीणों की सख्त नाराजगी का सामना करना पडा। विधायक पूरन प्रकाश के खिलाफ ग्रामीणों के विरोध का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायल हो रहा है। स्थानीय लोगों की नाराजगी उस समय जग जाहिर हुई जब गांव कोह में विधायक पूरन प्रकाश ग्रामीणों की मौत की सूचना पर पहुंचे थे।
उमस और गर्मी भरे मौसम मंे बीमारी तेजी से पैर पसार रही हैं। जिला अस्पताल और जिला संयुक्त चिकित्सालय वृंदावन पहुंच रहे मरीजों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। अस्पतालों में मरीजों की लम्बी कतारें दिखाई दे रही हैं। कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए चिकित्सालय में आने वाले मरीजों का आरटीपीसी टेस्ट कराया जा रहा है। संयुक्त चिकत्सालय वृंदावन के मुख्य चिकित्साधीक्षक डा.संजीव जैन ने बताया कि आमतौर पर मौसम परिवर्तन के साथ लोगों की प्रतिरोधी क्षमता कम हो जाती हैं। संक्रमण फैलने का खतरा ज्यादा रहता है। ऐसे में लोगों को स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना चाहिए।