ट्रेनों के जरिए पूरे देश में होगा नर्मदा की रेत का परिवहन
भोपाल।
नर्मदा नदी की रते अब ट्रेन के माध्यम से देश के किसी भी कोने में भेजी जा सकेगी। इसके लिए खनिज विभाग जल्द ही आदेश जारी करेगा। रेत के परिवहन को लेकर पिछले दिनों ठेकेदारों ने मुख्यमंत्री के साथ बैठक करते हुए अपना पक्ष रखा था। नई व्यवस्था में ठेकेदार को खनिज विभाग और रेलवे से परिवहन की अनुमति लेनी होगी और इसके लिए उसे रेलवे को शुल्क भी चुकाना होगा। बुंदेलखंड, बघेलखंड, मालवा के कुछ हिस्सों और पड़ोसी राज्यों में नर्मदा नदी की रेत की मांग को देखते हुए ठेकेदारों ने विभाग से यह मांग की थी। प्रदेश की दूसरी रेत खदानों की तुलना में होशंगाबाद की रेत खदानें हमेशा लीज पर महंगी जाती हैं। वर्ष 2019 में जिले की 118 खदानें 217 करोड़ रुपए में लीज पर गई थीं। जब ठेकेदार ने ठेका छोड़ा तो वर्ष 2020 में दूसरी बार तीन साल के लिए नीलामी हुई। जिसमें खदानों की बोली 262 करोड़ रुपए लगी। संचालक खनिज विनीत ऑस्टीन ने बताया कि ट्रेन से रेत परिवहन की मंजूरी संबंधी आदेश एक-दो दिन में जारी किए जाएंगे। इसके लिए रेलवे से ई-टीपी लेना होगी।