नेपाल में ओमिक्रोन की दस्तक, सीमावर्ती क्षेत्र में बढ़ी चिंता
पिथौरागढ़।
पड़ोसी देश नेपाल में कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन की दस्तक के बाद भारत के सीमावर्ती इलाकों में चिंता बढ़ गई है। काठमांडू में एक विदेशी व्यक्ति व उसके संपर्क में आए नेपाली बुजुर्ग के ओमिक्रोन से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है। सीमावर्ती क्षेत्र में संक्रमण की आशंका को लेकर चिंता की बड़ी वजह काठमांडू से भारी संख्या में नेपाली नागरिकों का पिथौरागढ़ और चम्पावत में प्रवेश करना है।
नेपाल के स्वास्थ्य एवं जनसंख्या मंत्रालय से मिली जानकारी के अनुसार बीती 6 दिसंबर को दुबई का एक पर्यटक काठमांडू पहुंचा। अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उसकी जांच हुई तो उसके ओमिक्रोन वायरस से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। स्थानीय स्वास्थ्य विभाग ने उसके संपर्क में आए लोगों के भी सैंपल लिए तो स्थानीय 71 वर्षीय बुजुर्ग भी ओमिक्रोन वायरस से संक्रमित मिला। नेपाल स्वास्थ्य एवं जनसंख्या मंत्रालय के समीर कुमार अधिकारी ने पत्रकार सम्मेलन में इस बात की पुष्टि की है, जो सोशल मीडिया पर चर्चा में है। काठमांडू से बड़ी संख्या में नेपाली नागरिक धारचूला, झूलाघाट, चम्पावत, बनबसा, टनकपुर से भारत में प्रवेश करते हैं। इन हालातों में अगर सीमा में जांच को लेकर गंभीरता नहीं दिखाई गई तो भारत के लोगों के यह लापरवाही मुसीबत खड़ी कर सकती है।
सीमा पर रेंडम जांच के भरोसे ओमिक्रोन की पहचान के दावे
देश में कोरोना के नए वैरिएंट की आहत के बाद सीमांत जनपद में कोरोना जांच तो बढ़ी है। लेकिन भारत-नेपाल सीमा पर रेंडम जांच के भरोसे ओमीकोन की पहचान व इससे निपटने के दावे हो रहे हैं। हर रोज बड़ी संख्या में धारचूला, जौलजीबी, झूलाघाट सहित अन्य स्थानों से नेपाली नागरिक भारत में प्रवेश कर रहे हैं। लेकिन स्वास्थ्य विभाग रेंडम जांच कर महज औपचारिकता निभा रहा है।