रकम न देने पर मदद की कैसिंल, अज्ञात के खिलाफ चार सौ बीसी का मामला दर्ज
भोपाल
मुख्यमंत्री स्वेच्छा अनुदान के तहत मजूंर की गई डेढ़ लाख की रकम दिलाने के नाम पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा फरियादी से 50 हजार रुपए की घूस मांगने का मामला सामने आया है। वही फरियादी ने जब पैसा देने मे असर्थता जताई तो उसकी मजूंर की गई राशि को कैंसिल कर दिया गया। बाद मे सीएम कार्यालय की शिकायत पर हबीबगंज पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर आगे की जॉच शुरु कर दी है। हालांकि अभी यह सामने नही आ सका है कि आरोपी ने मजूंर होने के बाद फरियादी की मदद राशि को कैंसिल किस तहर करा दिया। मिली जानकारी के अनुसार मूल रुप से छिंदवाड़ा के रहने वाले 36 वर्षीय मनीष चौधरी ने अपनी शिकायत मे बताया कि वो गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं, ओर भोपाल के नागपुर अस्पताल में उनका उपचार चल रहा है। आर्थिक स्थिति ठीक न होने के कारण उन्होंने मुख्यमंत्री स्वेच्छा अनुदान के लिए आवेदन दिया था। बीती 1 जनवरी 2022 को उनके मोबाइल में मैसेज आया जिसमे मुख्यमंत्री स्वेच्छा अनुदान के तहत डेढ़ लाख की रकम स्वीकृत होने की जानकारी दी गई थी। मैसैज के अगले दिन उनके मोबाईल पर अज्ञात व्यक्ति का फोन आया जिसने उनसे कहा कि आपके डेढ़ लाख रुपए स्वीकृत हो गए हैं, ओर अगर आपको यह रकम लेना है, तो 50 हजार रुपए खर्च करना पड़ेगे। फरियादी ने इससे इंकार कर दिया। इसके बाद उनके पास फिर मैसेज आया कि आपके दस्तावेज पूरे नहीं हैं, ओर मुख्यमंत्री स्वेच्छा अनुदान से मिलने वाले डेढ़ लाख रुपए नहीं मिल सकेंगे। इसके मनीष चौधरी के रिश्तेदार ने इसकी जानकारी सीएम कार्यालय से जुटाई। वहीं जब इसकी जानकारी सीएम सचिवालय तक पहुंची तो पता चला कि मनीष के साथ ठगी की कोशिश की गई है। इसके बाद सीएम कार्यालय ने पुलिस के आला अफसरो को इससे अवगत कराया। आला अधिकारियों के निर्देश पर हबीबगंज पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ चार सौ बीसी का मामला कायम कर उस मोबाईल नंबर के आधार पर आगे की जॉच शुरु कर दी है, जिस नबर से फरियादी मनीष को मैसेज और फोन किया गया था।