वीरेन्द्र यादव हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा, 2 गिरफ्तार
बाराबंकी
स्वाट/सर्विलांस व थाना देवा पुलिस टीम ने वीरेन्द्र यादव हत्याकाण्ड का सफल अनावरण करते हुए हत्या कारित करने वाले सगे बड़े भाई सहित दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है।बताते चले कि 24मार्च 2022 को वादी नारेन्द्र कुमार यादव पुत्र रामचन्दर निवासी सरैयां मजरे सलापुर थाना देवा जनपद बाराबंकी ने थाना देवा पर तहरीर दी कि उसका भाई वीरेन्द्र यादव 23 मार्च .2022 को शाम करीब 04 बजे मोटरसाइकिल से रीवा रतनपुर जाने के लिए कहकर घर से गया था, रात्रि करीब 09.20 बजे मुझे पता चला कि मेरे भाई वीरेन्द्र यादव को नुमाइश मैदान देवां में किसी ने गोली मार दी है जिससे उसकी मृत्यु हो गई है। इस सूचना के आधार पर थाना देवा पर धारा 302 भादवि बनाम अज्ञात पंजीकृत किया गय. घटना से सम्बन्धित साक्ष्यों को एकत्रित कर हत्या में संलिप्त अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु पुलिस टीमों का गठन किया गया था। घटना स्थल का फोरेंसिक टीम व डॉग स्क्वाड टीम द्वारा निरीक्षण कर मौके से वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्रित किया गया। गठित पुलिस टीमों द्वारा डिजिटल एवं मैनुअल इंटेलीजेंस के आधार पर अथक प्रयास करते हुए विभिन्न साक्ष्यों के आधार पर हत्या की घटना में संलिप्त अभियुक्त सुनील यादव पुत्र रामचन्दर यादव उर्फ झगरू निवासी ग्राम सरैया थाना देवा जनपद बाराबंकी, हाल पता आवास विकास कालोनी थाना कोतवाली नगर जनपद बाराबंकी,रेखा वर्मा पत्नी पवन कुमार निवासिनी शांति विहार कालोनी थाना कोतवाली नगर जनपद बाराबंकी को गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त सुनील यादव के कब्जे से घटना में प्रयुक्त एक अदद तमंचा 315 बोर बरामद किया गया, जिसके सम्बन्ध में थाना देवां पर धारा 3/25 आम्र्स एक्ट पंजीकृत किया गया।
इनसेट अभियुक्त सुनील यादव से पूछताछ करने पर प्रकाश में आया कि अभियुक्त किसान यूनियन का नेता है तथा मृतक वीरेन्द्र यादव उसका सगा भाई है। मृतक वीरेन्द्र यादव द्वारा अपने व अपने छोटे भाई नारेन्द्र के नाम तीन-तीन बीघा पैतृक भूमि का बैनामा करा लिया गया था और अभियुक्त सुनील यादव को उसके हिस्से की भूमि नहीं मिली, जिसका मुकदमा मा0 न्यायालय बाराबंकी में विचाराधीन है और मुकदमें की पैरवी मृतक वीरेन्द्र यादव द्वारा की जा रही थी। मृतक वीरेन्द्र यादव को रास्ते से हटाने के लिए अभियुक्त सुनील यादव ने महिला मित्र रेखा वर्मा जो कि किसान यूनियन की नेत्री हैं, के साथ मिलकर योजना बनाई। योजनाबद्ध तरीके से रेखा वर्मा द्वारा मृतक वीरेन्द्र यादव को प्रेमजाल में फंसाकर उसे नुमाइस ग्राउंड देवा में बुलाया और सुनियोजित ढंग से पूर्व से मौजूद अभियुक्त सुनील यादव द्वारा अपने सगे छोटे भाई की गोली मारकर हत्या कर दी गई।