मांगों की अनदेखी पर नाराज जल संस्थान कर्मचारी संघ ने दी आंदोलन की चेतावनी
देहरादून। जल संस्थान कर्मचारी संघ ने मैनेजमेंट को आंदोलन की चेतावनी दी है। संघ ने मैनेजमेंट पर मांगों की अनदेखी का आरोप लगाया। पेयजल के राजकीयकरण, कर्मचारियों को आवश्यक सेवाओं का लाभ देने समेत सभी लंबित मांगों के निस्तारण की मांग की। 16 अप्रैल तक मांगों के निस्तारण न होने पर 17 अप्रैल से आंदोलन की चेतावनी दी। सीजीएम नीलिमा गर्ग को दिए नोटिस में महामंत्री नंदलाल जोशी ने कहा की न सभी पेयजल एजेंसियों का एकीकरण करते हुए राजकीयकरण किया जाए। जल संस्थान के कर्मचारियों को आवश्यक सेवा के तहत वेतन भत्तों, मानदेय का लाभ दिया जाए। जल संस्थान कर्मचारियों को भी वन निगम की तरह वर्ष 1996 से तय वेतनमान का लाभ दिया जाए। एरियर का भी भुगतान किया जाए। राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली से जुड़े कर्मचारियों को रिटायरमेंट उपदान और मृत्यु उपदान का लाभ दिया जाए। कर्मचारियों को रिटायर होने पर ग्रेच्युटी का एकमुश्त भुगतान किया जाए। पेंशन समेत अन्य रिटायरमेंट लाभ अगले ही महीने से दिए जाएं। सभी कर्मचारियों को 1200 रुपये वाहन भत्ते का लाभ सुनिश्चित कराया जाए। समूह घ कर्मचारियों को समूह ग में प्रमोशन दिया जाए। इन सभी मांगों का हर हाल में 16 अप्रैल तक निस्तारण किया जाए।