मुकीम काला गिरोह की वजह से देश भर में गूंजा था कैराना से पलायन का मुद्दा, ताबड़तोड़ वारदातों से फैलाई थी दहशत
लखनऊ
चित्रकूट जेल में बदमाशों की गैंगवार में मारा गया कुख्यात बदमाश मुकीम काला शामली जिले के कैराना थाना क्षेत्र के ग्राम जहानपुरा का निवासी था। उस पर शामली जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में हत्या रंगदारी लूट आदि गंभीर अपराधों के 22 आपराधिक मामले दर्ज हैं। 2016 में भाजपा विधानमंडल दल के नेता और तत्कालीन विधायक हुकुम सिंह ने कैराना से एक वर्ग के पलायन का जो मुद्दा उठाया था उसके पीछे मुकीम काला गिरोह के बदमाशों द्वारा की गई आपराधिक वारदात ही शामिल थी।
करीब सवा दो लाख रुपए के इनामी कुख्यात मुकीम काला को एसटीएफ ने 20 अक्टूबर 2015 में गिरफ्तार किया था। उस समय एसटीएफ ने मुकीम काला की निशानदेही पर कैराना क्षेत्र में ही एक मकान में छिपाकर रखी गई एके-47 और लगभग 100 कारतूस बरामद किए थे। साथ मुकीम काला ने सहारनपुर में तनिष्क शोरूम में बड़ी डकैती डाली थी साथ ही ही सिपाही राहुल ढाका की भी हत्या में उसका हाथ था। वह भले ही अक्टूबर 2015 में जेल में पहुंच गया था लेकिन उसका गिरोह कैराना क्षेत्र में लगातार आपराधिक वारदात करते हुए आतंक फैला रहा था। इसी कारण कैराना में दो व्यापारियों की रंगदारी न देने पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा कर हत्या की गई थी। कई अन्य वारदातों को अंजाम दिया गया था।
मुकीम काला के गिरोह की कई वारदातों को उजागर कर भाजपा के तत्कालीन विधायक बाबू हुकम सिंह ने 2016 में पलायन का मुद्दा उठाया था जो पूरे देश में सुर्खी बना था। अब मुकीम काला के चित्रकूट जेल में गैंगवार में मारे जाने से कैराना क्षेत्र के लोगों को राहत मिलेगी। मुकीम गिरफ्तारी के बाद कई बार कैराना कोर्ट में पेशी पर आया जिससे पूरे कैराना क्षेत्र को पुलिस को छावनी में बदलना पड़ता था और भारी पुलिस बल की उपस्थिति में उसकी पेशी कराई जाती थी। अपने अपराधिक जीवन की शुरुआत में मुकीम काला ने मुजफ्फरनगर में भी बुढ़ाना क्षेत्र में लूट और जानसठ क्षेत्र में डकैती की वारदात की थी 2012 में उसके खिलाफ यहां मामले दर्ज कराए गए थे।