प्रजातंत्र दिवस के रूप में मनाया श्रीदेव सुमन का शहादत दिवस
देहरादून। विपक्षी दलों ने श्रीदेव सुमन का शहादत दिवस को प्रजातंत्र दिवस के रूप में मनाया। अग्रवाल धर्मशाला में आयोजित कार्यक्रम में कांग्रेस, सीपीआई, सीपीआई (मार्क्सवादी), सीपीआई (माले), सपा समेत विभिन्न संगठनों के प्रतिनिधि शामिल रहे। कार्यक्रम में वक्ताओं ने श्रीदेव सुमन की कुर्बानी को याद किया। कांग्रेस प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य की पहचान हमेशा श्रीदेव सुमन जैसे ही संघर्षशील लोगों से रही है, जो जीवन भर तानाशाही, भय, भूख, भेदभाव और भ्रष्टाचार से लड़ने वाले विभूतियों के रुप में जाने जाते हैं। सीपीआई के नेशनल कौंसिल सदस्य समर भंडारी ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य में महिलाओं की सुरक्षा, माफिया, भ्रष्टाचार, बेरोज़गारी इत्यादि पर कार्रवाई करने के बजाय लैंड जिहाद और लव जिहाद जैसे शब्दों द्वारा अपराधों को सांप्रदायिक रंग दिया जा रहा है। हर पल दमन और नफरत को बढ़ावा दिया जा रहा है। उत्तराखंड महिला मंच की अध्यक्ष कमला पंत ने कहा कि महिला सुरक्षा, उनके अपमान और अत्याचार सरकार मौन है। इस मौके पर अखिल भारतीय किसान सभा के महामंत्री गंगाधर नौटियाल, सीपीआई (मार्क्सवादी) के राज्य सचिव इंद्रेश मैखुरी, समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव डॉ एसएन सचान, सीपीआई के डॉ गिरिधर पंडित, जनवादी महिला समिति की इंदु नौटियाल, सर्वोदय मंडल के हरबीर सिंह कुशवाहा, यशवीर आर्य, पीपल्स साइंस मूवमेंट के विजय भट्ट ने भी विचार रखे। इस मौके पर उत्तराखंड महिला मंच की निर्मला बिष्ट, पद्मा घोष, चेतना आंदोलन के राजेंद्र शाह, मुकेश उनियाल, इंद्रदेव कुमार, देवेंद्र, राकेश, जितेंद्र आदि मौजूद रहे।