स्वदेशी ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर का निर्माण आत्मनिर्भर भारत की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम:केशव
लखनऊ,!
एसआईआईसी (स्टार्टअप इन्क्यूबेशन एण्ड इनोवेशन सेन्टर) आईआईटी कानपुर ने वैश्विक मानकों के अनुरूप स्वदेशी विनिर्माण को बढ़ावा देने के व्यापक उद्देश्य से भारत में ऑक्सीजन संकट को दूर करने के लिये मई 2021 में मिशन भारत-2 लॉन्च किया गया। स्वदेशी आक्सीजन कंसन्ट्रेटर कौशाम्बी जिले के लिये आईआईटी कानपुर द्वारा पहली खेप के दौरान 02 ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर बुधवार को उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को उनके सरकारी आवास 7- कालिदास मार्ग पर प्रदान किये गये।
उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि एसआईआईसी आइआइटी कानपुर के विशेषज्ञ बधाई के पात्र हैं। आइआइटी कानपुर का आक्सीजन की कमी को दूर करने का यह प्रयास बेहद सराहनीय है। यह मशीनें उत्तर प्रदेश के अन्य हिस्सों में भी स्थापित की जायेंगी। एसआइआइसी टीम ने राष्ट्र की प्रगति के लिये नवाचार की अपनी क्षमता साबित की है। स्वास्थ्य सम्बन्धी जरूरतों को पूरा करने का मार्ग प्रशस्त किया है। ऑक्सीजन कन्टेनर्स स्टेमरेव रिफाइनरी द्वारा आइआइटी कानपुर से तकनीकी सहयोग लेकर विकसित किया गया, जिसमें आइसीआइसीआइ सिक्योरिटीज ने भी सीएसआर फण्ड से सहयोग दिया, जिसके लिये सभी संस्थाएं बधाई की पात्र हैं।श्री मौर्य ने यह भी कहा कि कोविड-19 महामारी के विरूद्ध स्वास्थ सम्बन्धी बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के दृष्टिगत स्वदेशी तकनीक पर निर्मित यह ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर बहुत ही महत्वपूर्ण साबित होगा, इसमें हल्के संक्रमण पर 02 मरीजों के एक साथ व एक गम्भीर मरीज को इससे ऑक्सीजन दी जा सकती है।उन्होंने यह भी कहा कि आत्मनिर्भर भारत बनाने की दिशा में हमारे देश की प्रतिभाओं ने बहुत ही उल्लेखनीय और उत्कृष्ट कार्य किये हैं। इस नये रिसर्च में भी प्रतिभाशाली विशेषज्ञों ने एक नया कदम बढ़ाया है, जो न केवल जीवन रक्षा में ही उपयोगी साबित होगा बल्कि रोजगार के दृष्टिकोण से भी यह एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होने कहा कौशाम्बी के कड़ा व सिराथु में जल्दी ही ऑक्सीजन प्लान्ट जनता को सौंपने का कार्य किया जायेगा।