तालिबान ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निंदा के बाद गुरुद्वारा में दोबारा लगाया निशान साहिब
काबुल।
अफगानिस्तान के पक्तिया प्रांत के एक ऐतिहासिक गुरुद्वारे से निशान साहिब (सिख धार्मिक ध्वज) को हटाने पर भारत सहित कई देशों की ओर से विरोध और निंदा किये जाने के बाद तालिबान ने ध्वज को दोबारा गुरुद्वारे की छत पर लगा दिया है। इंडियन वर्ल्ड पुनीत फोरम के अध्यक्ष सिंह चंडोक ने कहा कि उन्हें पक्तिया में गुरुद्वारा थाला साहिब के स्थानीय कार्यवाहक रहमान चमकानी ने उन्हें व्यक्तिगत रूप से सूचित किया कि निशान साहिब को बीती रात ऐतिहासिक गुरुद्वारे की छत पर ‘उचित सम्मान के साथÓ लगा दिया गया।
उन्होंने बताया कि तालिबान के ‘अधिकारियोंÓ ने अपने बलों के साथ बीती शाम को थाला साहिब का दौरा किया और गुरुद्वारे को अपने रीति-रिवाजों के अनुसार काम करने देने के लिए अपनी सहमति व्यक्त की और यह भी निर्देश दिया कि निशान साहिब को उनकी उपस्थिति में तुरंत लगाया जाने। श्री चंडोक ने आभार व्यक्त करते हुए कहा, मैं और प्रवासी लोग यह सुनिश्चित करने के भारत सरकार और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के प्रयासों की पूरी सराहना करते हैं कि अफगानिस्तान में अल्पसंख्यकों के अधिकार अच्छी तरह से संरक्षित रहें।
निशान साहिब को हटाने को लेकर भारत में सूत्रों ने कहा, हम इस हरकत की कड़ी निंदा करते हैं और भारत के दृढ़ विश्वास को दोहराते हैं कि अफगानिस्तान का भविष्य ऐसा होना चाहिए, जहां अल्पसंख्यकों और महिलाओं सहित अफगान समाज के सभी वर्गों के हितों की रक्षा हो। गौरतलब है कि गुरुद्वारा थाला साहिब का ऐतिहासिक महत्व है। सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक ने इस गुरुद्वारे का दौरा किया था।