मोलनों और सांगडिय़ा तोक को सडक़ से जोडऩे की मांग
नई टिहरी।
भिलंगना ब्लाक के कोटी फैगुल के अंतर्गत अनुसूचित जाति बस्ती मोलनों को स्वीकृत सडक़ का लाभ न मिलने से ग्रामीणों में विभाग के खिलाफ रोष बना है। ग्रामीणों ने सडक़ एलाइनमेंट बदलकर गांव को सडक़ मार्ग से न जोडऩे पर लोक निर्माण विभाग नई टिहरी के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी दी है। मोलनों कि ग्राम प्रधान रामी देवी की अध्यक्षता में गांव में आयोजित बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि मोलनों बैंड से अनुसूचित जाति बस्ती तक वर्ष 2019 में सडक़ की स्वीकृति मिली थी। जिसका मुख्य उद्देश्य अनुसूचित जाति बस्ती के 90 परिवारों तथा सांगडिय़ा तोक को सडक़ से जोड़ा जाना था, लेकिन उक्त दोनों बस्तियों को सडक़ सुविधा से वंचित रखा गया है। ग्रामीणों के विरोध के बाद विभाग ने वर्ष 2020 में पुन: यह कहकर प्रस्ताव मांगा की गलती से एलाइनमेंट छूट गया था। दोबारा एलाइनमेंट कर उक्त गांवों को सडक़ से जोड़ दिया जाएगा। ग्रामीणों ने कहा उक्त दोनों बस्तियों को सडक़ से न जोड़ते हुए सडक़ को जंगल के बीच छोड़ दिया गया है। कहा मोलनों और सांगडिय़ा को जोडक़र सडक़ निर्माण किया जाए तो सडक़ सीधे गाडोलिया-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ जाऐगी। जिससे लोगो को राजमार्ग से गांव तक आवागमन की सुविधा होगी। ग्रामीण सुरेश लाल,संजय लाल,विजय लाल,पूर्व प्रधान शीशपाल गुसाईं आदि ने लोनिवि के अधीक्षण अभियंता को पत्र भेजकर शीघ्र सडक़ एलाइनमेंट बदलकर मोलनों व सांगडिय़ा तोक को सडक़ मार्ग से न जोडऩे पर लोनिवि नई टिहरी के आठवें के दफ्तर में धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है।