ट्यूबेल को ठीक कराने में हीलाहवाली
जौनपुर
केराकत क्षेत्र के ट्यूबल कर्मचारियों की मनमानी से किसान परेशान हैं। किसानों की करीब दस बीघे धान की फसल सिंचाई के अभाव में खराब हो रही है। किसानों ने चेतावनी दी है कि यदि ट्यूबेल कर्मचारी मनमानी से बाज नहीं आते हैं तो उनके खिलाफ धरना प्रदर्शन किया जायेगा। क्षेत्र के नदौली, सरकी, अकबरपुर आदि एक दर्जन गांवो की खेती राजकीय ट्यूबेल पम्पो पर निर्भर है। ट्यूबेलों की हालत यह है कि वे अक्सर खराब ही रहते हैं। उनकी देखरेख के लिए जिम्मेदार कर्मचारियों से जब उन्हें ठीक कराने को कहा जाता है तो पहले तो वे टालमटोल करते हैं। जब दबाव बनाया जाता है तो वे बनवाने के नाम पर फर्जीगिरी करते हैं। नदौली गांव में स्थित एक ट्यूबेल पंप पर इस हफ्ते यही हुआ। पिछले बीस दिन से ट्यूबेल संख्या 165 की मोटर खराब थी। किसानों ने सिंचाई का हवाला देकर कर्मचारियों पर दबाव बनाया तो वे मोटर खोलकर ले गए और एक सप्ताह बाद लाकर लगा दिया। जब मोटर चलाई गई तो बीस मिनट भी नहीं चल सकी और पुनः खराब हो गई। हालत यह है कि पानी के अभाव में करीब दस बीघे धान की खेती खराब हो रही है। नदौली गांव के दीप नारायण सिंह, चिंटू सिंह, जगन्नाथ सरोज, ठकुरी सरोज, मनबोध सिंह, संजय सिंह सहित एक दर्जन किसानों ने कहा कि यदि ट्यूबेल कर्मचारी फर्जीगिरी से बाज नहीं आते हैं तो उनके खिलाफ तहसील मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन किया जायेगा। उन्होंने एसडीएम से ट्यूबेल ठीक कराने की मांग की है।