कोबरा गांव में गौशाला में दम तोड रहे गौवंश
चित्रकूट,
। मानिकपुर ब्लाक के कोबरा गांव की गौशाला में बेजुबान गौवंश तडप-तडप कर मर रहे हैं। जिम्मेदार खामोशी से तमाशा देख रहे हैं। गौशाला में गौवंशों के लिए भूसा तो है, लेकिन सिर्फ पराली खिलाकर गौवंशों को रखा जा रहा है।
शनिवार को कोबरा गांव की गौशाला में गौवंशों की बदहाली देखने को मिली। बारिश व ठंड में गौवंश ठिठुर रहे हैं। भूख व ठंड से प्रतिदिन दो-चार गौवंशों की जान जा रही है। गैरजिम्मेदारी से मृत गौवंशों को उठाकर फेंका जा रहा है। मृत गौवंशों को कुत्ते नोंचकर खा रहे हैं। गौशाला में लगभग चार सौ गौवंश हैं। आधा सैकडा से ज्यादा गौवंशों की मौत हो चुकी है। प्रतिदिन दो-चार गौवंश मर रहे हैं, कोई ध्यान देने वाला नहीं है।
शासन के निर्देशानुसार गौवंशों की सुरक्षा व चारे-पानी के खास इंतजाम के दावे किये जा रहे हैं। जिलाधिकारी शुभ्रांत कुमार शुक्ल ने गौशाला से संबंधित अधिकारियों, प्रधानों व सचिवों को कड़े निर्देश दिये हैं कि गौवंशों के प्रति लापरवाही न बरती जाये। प्रधान व सचिव की मनमानी से गौशालाओं में गौवंशों की दुर्दशा है। सरकार ने गौवंशों की व्यवस्था को हर सम्भव प्रयास किये हैं। प्रधान व सचिव समेत जिम्मेदार अधिकारियों की लापरवाही से गौवंश गौशाला में दम तोड रहे हैं।