जे. पी. आन्दोलन के चर्चित आन्दोलकारी सी. बी. सिंह के निधन पर दी गई श्रद्धांजलि
बहराइच
मशहूर छात्र नेता रहे, जे. पी. आन्दोलन के प्रमुख स्तम्भ व आजीवन आन्दोलकारी रहे एडवोकेट सी. बी. सिंह का आज सुबह 76 वर्ष की अवस्था में मऊ स्थित आवास पर निधन हो गया। वे लम्बे समय से बीमार चल रहे थे। आज ही दोपहर में उनका अन्तिम संस्कार उनके पैतृक गांव अतसुवा, थाना- रसड़ा, जिला – बलिया में किया गया। उनके निधन की सूचना मिलने पर उनके पैतृक गांव में उनके अन्तिम दर्शन के लिए बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। उनका अन्तिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। जिला प्रशासन की ओर से स्थानीय एस. डी. एम. ने पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हें श्रध्दांजलि दिया।
सी. बी. सिंह सत्तर-अस्सी के दशक में पूरे देश में क्रांतिकारी छात्र नेता के तौर पर मशहूर थे। जे. पी. आन्दोलन के दौरान गठित छात्र-युवा मोर्चा के वे अध्यक्ष थे।
उनके निधन की सूचना पर देश के विभिन्न हिस्सों से लोगों ने उन्हें याद कर श्रध्दांजलि दिया।
श्रध्दांजलि देते हुए लोगों ने कहा कि सी. बी. सिंह का निधन हमारे देश के क्रांतिकारी आंदोलन की बहुत बड़ी क्षति है। उम्र के इस पड़ाव पर उनकी क्रांतिकारी सक्रियता और समाजवाद के प्रति समर्पण में कोई कमी नहीं आई थी। उनके 55 वर्ष सक्रिय क्रांतिकारी जीवन का बड़ा हिस्सा जेलों में और हर तरह के जन आंदोलनों में बीता। आपातकाल में कांग्रेसी हुकूमत के खिलाफ वे जिस बहादुरी से लड़े, छात्रों-नौजवानों-किसानों-श्रमि
उनकी सादगी, नैतिकता, बहादुरी, त्याग और माक्सर्वादी समझ गहराई से प्रभावित करती थी। एक तरह से वे क्रांतिकारी ताकतों की एकता, संघर्ष के प्रतीक थे। उनका पूरा जीवन समाजवाद- साम्यवाद के प्रति समर्पित रहा।
उनके निधन पर लोकतंत्र सेनानी संगठन के अध्यक्ष महावीर सिंह, पीपुल्स यूनिटी फोरम के संयोजक वीरेंद्र त्रिपाठी, आल इंडिया वर्कस कौंसिल के अध्यक्ष ओ. पी. सिन्हा, नागरिक परिषद के संयोजक रामकृष्ण, सोशलिस्ट फाउंडेशन के अध्यक्ष रामकिशोर, जन संस्कृति मंच के कौशल किशोर, वरिष्ठ ट्रेड यूनियन नेता के. के. शुक्ला, भगवती सिंह, मंजूर खान, लक्ष्मी नरायण, ज्योति राय, अजय शर्मा, श्रीकृष्ण, डा. नरेश कुमार, डा. सतीश श्रीवास्तव, अवतार सिंह बहार सहित अन्य लोगों ने सी. बी. सिंह के जीवन संघर्ष को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि दी गई।