बुन्देलखण्ड में उन्नत कृषि तकनीकियों से खुलेगें उद्यमिता विकास के द्वार: कुलपति
बांदा
बांदा कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, बांदा में नाबार्ड के सहयोग से गैरसरकारी सस्थानों के अधिकारियों के लिये उन्नत कृषि तकनीकियों द्वारा उद्यमिता विकास विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ। प्रशिक्षण कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह में मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय के कुलपति डा. एन0 पी0 सिंह रहे। साथ ही डा. मुकुल कुमार (प्रभारी, अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय), डा. अजय सिंह (प्रभारी, अधिष्ठाता उद्यान महाविद्यालय) एवं श्री संदीप गौतम जिला विकास प्रबन्धक नाबार्ड उपस्थित रहें।
मा0 कुलपति द्वारा बुन्देलखण्ड की विभिन्न समस्याओं एवं उनके निराकरण के लिये हर सम्भव उपाय तथा उनमें विश्वविद्यालय, नाबार्ड एवं गैर सरकारी संस्थाओं के सहयोग की सम्भावनाओं पर मार्गदर्शन किया। अपने उद्बोधन में उन्होने कृषि तकनीकियों को लाभार्थियों तक पहुचाने पर जोर दिया। बांदा एवं चित्रकूट जनपद के विभिन्न गैरसरकारी संस्थानों के अधिकारियों द्वारा प्रशिक्षण का लाभ लिया गया।प्रशिक्षण कार्यक्रम में समन्वित कृषि प्रणाली, मशरूम उत्पादन, फूलों की खेती, संरक्षित स्थिति में सब्जियों की खेती, कृषि अवशेषों से वस्तु उत्पादन आदि विषयों पर विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों द्वारा मार्गदर्शन किया तथा इन इकाईयों का भ्रमण प्रशिक्षणार्थियों को कराया गया। इस कार्यक्रम में नाबार्ड के जिला विकास प्रबन्धक श्री संदीप गौतम द्वारा उद्मिता विकास के लिये नाबार्ड की योजनाओं तथा दी जाने वाली सहायता पर विस्तृत चर्चा की गई। प्रशिक्षण कार्यक्रम का संयोजन डा. अनिकेत कल्हापुरे (सहा0 प्राध्यापक) एवं श्री संदीप गौतम (जिला विकास प्रबन्धक, नाबार्ड), डा. दिनेश साह (प्राध्यापक) एवं इंजी0 हर्षद मांडगे (सहा0 प्राध्यापक) द्वारा किया गया। कार्यक्रम का सत्र संचालन डा. सौरभ द्वारा किया गया तथा आभार ज्ञापन डा. नरेन्द्र सिंह (सह निदेशक,प्रसार) द्वारा किया गया। इस कार्यक्रम में गैरसरकारी सस्थानों के 27 अधिकारियों/ प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया।