वर्षों में बना सुपरटेक ट्विन टावर मात्र 9 सेकंड में हो जाएगा धराशायी
नोएडा
उत्तर प्रदेश के नोएडा में गंगनचुंबी सुपरटेक ट्विन टॉवर्स इतिहास बनने जा रहे हैं। हालांकि इनको बनाने में काफी वक्त लगा होगा लेकिन जमींदोज होने में महज 9 सेकंड लगेंगे। विवादों से घिरे सुपर ट्रेक ट्विन टावर को आखिरकार गिरा दिया जाएगा। इसके लिए 14 विभागों से एनओसी मिल गई है। नोएडा के सेक्टर 93 ए में बने इस टावर को 22 मई 2022 तक गिराया जाना है। इसके लिए एडिफिस कंपनी सभी विभागों के साथ मिलकर काम कर रही है। दोनों टावर को ध्वस्त करने में करीब ढाई टन बारूद लगेगा।
इसके लिए रोजाना गोदाम से बारूद मंगाया जाएगा। जितना बारूद उपयोग होगा उतना ही लाया जाएगा। इन दोनों टावर को गिराने में करीब 15 दिन का वक्त लगेगा। इस दौरान आम लोगों की सुरक्षा को लेकर भी व्यवस्था की जा रही है। टावर को गिराने के दौरान आसपास की एटीएस और एमराल्ड सोसाइटी को खाली कराया जाएगा। करीब 5 घंटे तक यहां के फ्लैट को सुरक्षा के मद्देनजर खाली रखा जाएगा।
गैस पाइपलाइन को लेकर भी तमाम इंतजाम किए जा रहे हैं, जिससे इस पर कोई दबाव न पड़े। दोनों टावर को करीब 9 सेकेंड के अंदर गिरा दिया जाएगा। वहीं इसे ध्वस्त करने के दौरान जो धूल होगी उसे लेकर भी रूपरेखा तैयार की जा रही है। आपको बता दें कि ये टावर सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर ध्वस्त किए जा रहे हैं।
एडिफिस एजेंसी के हेड उत्कर्ष मेहता ने बताया कि ध्वस्तिकरण वाले दिन आसपास के फ्लैटों को कोई नुकसान नहीं होगा, लेकिन फिर भी 100 करोड़ का बीमा कराया जा रहा है। अभी टावर में विस्फोटक लगाने का काम चल रहा है। 22 मई 2022 को टावर के ध्वस्तीकरण की योजना है।
इस दौरान आवाजाही कर रहे लोगों को कोई दिक्कत ना हो इसलिए कि एक्सप्रेस-वे बंद रखा जाएगा। कंपनी ने इसे लेकर ट्रैफिक पुलिस को जानकारी दी है। इसमें बताया गया है कि ब्लास्ट के दौरान वहां पर लोग गाड़ियां रोक कर इसे देखेंगे ऐसे में हादसे की आशंका बढ़ सकती है।