गंगा पर बने 150 साल पुराने डबल स्टोरी पुल में दरार
उन्नाव
उत्तर प्रदेश के उन्नाव से बड़ी खबर है. यहां उन्नाव-कानपुर के बीच गंगा नदी पर बने ब्रिटिश शासन काल के डबल स्टोरी पुल की कोठी में दरार आ गई है. पुल पर बड़ा ट्रैफिक 24 घंटे चलता रहता है, जिससे पुल से गुजरने वाले सैकड़ों लोगों की जान सांसत में है. पुल की चार कोठी कमजोर बताई जा रही है, जिससे हड़कंप मच गया है. राज्य सेतु निर्माण विभाग परियोजना प्रबंधक, लोक निर्माण विभाग कानपुर व उन्नाव की तीन सदस्यीय टीम ने कोठी मे आई दरार का बारीकी से निरीक्षण किया है. सूत्रों की माने तो पुल काफी पुराना होने से कमजोर हो चुका है. टीम ने डीएम कानपुर को रिपोर्ट भेजी है कि पुल को बंदकर मरम्मत किया जाए, जिसके बाद आवागमन बहाल किया जाए।
बता दें उन्नाव-कानपुर के लिए लाइफलाइन कहा जाने वाला ये डबल स्टोरी पुल गंगा नदी पर 150 वर्ष पहले बनाया गया था. पुल के ऊपरी हिस्से से हल्के चैपहिया वाहन, बाइक सवारों को गुजरने की व्यवस्था है, जबकि निचले हिस्से पर पैदल व साइकिल सवार को गुजरने की व्यवस्था है. कानपुर की तरफ से पुल की कोठी संख्या 10 में बड़ी दरार आई है. करीब 48 घंटे तक अधिकारी अनजान बने रहे।
गंगा पुल से रोजाना 20 से 30 हजार वाहनों का आवागमन होता है. मीडिया में खबर आने के बाद पुल की कोठी संख्या 10 में आईं दरार की जांच करने सोमवार को एसडीएम सदर उन्नाव सत्यप्रिय सिंह की अगुवाई में तीन सदस्यीय टीम, राज्य सेतु निर्माण विभाग परियोजना प्रबंधक व कानपुर पीडब्ल्यूडी की चार सदस्यीय टीम शुक्लागंज पहुंची. जांच टीम ने गंगापुल की कोठियों में हुई दरारों का परीक्षण किया.
टीम ने चार कोठियों में दरार होने की बात कही. जांच टीम में सीपी गुप्ता अधिशासी अभियंता निर्माण खंड भवन कानपुर, केएन ओझा परियोजना प्रबंधक राज्य सेतु निगम व अजय वर्मा अधिशासी अभियंता प्रांतीय खंड उन्नाव ने कोठियों की दरार का निरीक्षण किया. एसडीएम सदर उन्नाव सत्यप्रिय भी कोठियों की दरारों का जायजा लेने पहुंचे. उन्होंने भी कोठियों की दरारों को देखा. एसडीएम सदर ने बताया कि डीएम ने तीन सदस्यीय टीम गठित की है. 24 कोठी वाले गंगा पुल को देखा गया है. कोठी संख्या 10 में दरार आईं है. कानपुर डीएम की टीम भी पहुंची थी, हमने भी जांच रिपोर्ट तैयार कर ली है. डीएम को जल्द सौंपी जाएगी।