आर्थो और आंखों के मरीजों को मिली राहत, कल्याण शिविर स्थगित
रुड़की
पंचायत चुनाव के आरक्षण प्रक्रिया को लेकर प्रशासन ने दो सितंबर तक चलने वाले कल्याण शिविरों को स्थगित कर दिया है। इससे सिविल अस्पताल के हडडी और नेत्र रोग के मरीजों को राहत मिली है। आर्थो और नेत्र सर्जन की डयूटी इन शिविरों में लगाई गई थी। आर्थो के मरीजों को ऑपरेशन के लिए दो सितंबर के बाद का समय दिया गया था। समाज कल्याण विभाग की ओर से 20 अगस्त से 2 सितंबर तक जनपद के सभी छह ब्लाकों सहित कुल दस जगहों पर कल्याण शिविरों का आयोजन किया जाना है। बीस अगस्त का शिविर हो चुका है। उसके बाद अलग-अलग दिन शिविर आयोजित होने हैं। शिविर में दिव्यांगों की जांच, समाज कल्याण की विभिन्न पेंशन योजनाओं के फार्म भरवाने, योजनाओं का प्रचार प्रसार किया जाना था। दिव्यांगों की जांच के लिए डॉक्टरों की भी डयूटी लगाई गई थी। सिविल अस्पताल से अलग-अलग दिन आर्थो और नेत्र सर्जन की डयूटी लगाई गई थी। अस्पताल में इन पदों पर एक-एक डॉक्टर ही तैनात हैं। सबसे अधिक भीड़ आर्थो सर्जन के पास ही रहती है। वह सप्ताह में तीन दिन ओपीडी में बैठते हैं और तीन दिन ऑपरेशन करते हैं। शिविर में डयूटी के चलते ऑपरेशन वाले मरीजों को दो सितंबर के बाद बुलाया जा रहा था। रविवार को सीडीओ प्रतीक जैन ने पंचायतों के अनंतिम आरक्षण में अधिकतर अधिकारियों और कर्मचारियों के व्यस्त रहने के कारण शिविरों को अगले आदेश तक के लिए स्थगित कर दिया है। अब सिविल अस्पताल में आर्थो और नेत्र सर्जन भी शिविर में नहीं जाएंगे, जिससे मरीजों को राहत मिली है।