ब्लैक फंगस को लेकर बढ़ी विशेषज्ञों की चिंता, अस्पतालों में अलग वार्ड में भर्ती होंगे मरीज
लखनऊ
ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों ने स्वास्थ्य विभाग की चिंता बढ़ा दी है। विभाग ने ब्लैक फंगस के मरीजों को अलग वार्ड में भर्ती करने के निर्देश जारी किए हैं।
स्वास्थ्य विभाग के महानिदेशक डॉ. डीएस नेगी ने प्रदेश के सभी अस्पतालों को अलर्ट किया है। उन्होंने कहा कि ब्लैक फंगस के मरीजों की समय पर पहचान की जाए। लक्षण नजर आने पर मेडिकल कॉलेज या फिर लेवल तीन के अस्पतालों में रेफर किया जाए। मेडिकल कॉलेजों में अलग से वार्ड बनाकर भर्ती करने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज में ईएनटी, सर्जरी समेत दूसरे विभागों के विशेषज्ञ रहते हैं। लिहाजा वहां मरीजों को और बेहतर इलाज मिल सकता है। उन्होंने डायबिटीज मरीजों को संजीदा रहने की सलाह दी है। कहा डायबिटीज मरीज शुगर के प्रबंधन पर ध्यान दें। समय-समय पर जांच करें।
यदि कोरोना की चपेट में आ गए हैं तो स्टराइड डॉक्टर की सलाह पर ही लें। ऑक्सीजन लगाते समय उसमें पानी साफ होना चाहिए। हालांकि ब्लैक फंगस एक से दूसरे में नहीं फैलता है। लोहिया संस्थान के प्रवक्ता डॉ. श्रीकेश सिंह के मुताबिक आठ बेड का अलग से वार्ड बनाया गया है। केजीएमयू प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक गांधी वार्ड में ब्लैक फंगस पीड़ितों को भर्ती करने का इंतजाम किया गया है।