बाबूगढ़ में छात्रों को आपदा प्रबंधन के गुर सिखाए
विकासनगर। सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज बाबूगढ़ में शनिवार को इंडियन सोसायटी ऑफ डिजास्टर मिटिगेशन एंड मैनेजमेंट की ओर से छात्र-छात्राओं को आपदा प्रबंधन के गुर बताए गए। राहत और बचाव कार्य के साथ ही आपदा में घायलों को प्राथमिक उपचार मुहैया कराने की जानकारी भी दी गई।
शिविर की शुरुआत करते हुए एसडीएम विनोद कुमार ने बताया कि हमारे जीवन में नित्य प्रति कई आपदाओं से सामना होता है। ऐसे में हमें अत्यंत सतर्कता बरतनी आवश्यक होती है। कहा कि पछुवादून से लगा जौनसार बावर क्षेत्र प्राकृतिक आपदाओं की दृष्टि से संवेदनशील है। लिहाजा युवाओं को आपदा प्रबंधन का प्रशिक्षण लेना जरूरी है। एसडीएम ने एलएलएफ यानी लुक लिसेन एंड फील का फार्मूला देकर कहा कि किसी भी चीज जो संदिग्ध दिखे उस पर निगाह रखना जरूरी है। आयोजक संस्था के निदेशक रघुनाथ सिंह सैनी ने छात्र-छात्राओं को डीआरएसएबीसी का फॉर्मूला देते हुए बताया कि किसी भी आपात स्थिति में सबसे पहले खतरा यानी डेंजर चेक करना, फिर रिस्पॉन्स देखना उसके बाद चिल्लाकर सहायता के लिए अधिक भीड़ जुटाना है। उन्होंने कहा कि फर्स्ट ऐड देने वाले व्यक्ति को कभी भी धैर्य नहीं खोना चाहिए। धैर्य अपने आप में बहुत बड़ी समस्या का समाधान कर सकता है। राहत कार्य का डेमो भी किया गया। इसके तहत दिखाया गया कि एक छात्र गंभीर चोटिल हो गया, जिसे अन्य छात्रों ने उसे प्राथमिक उपचार देकर एंबुलेंस तक पहुंचाने का प्रबंधन किया गया। इसके साथ ही कैजुअलिटी कैरी करना, टू हैण्ड शीट, थ्री हैण्ड शीट, फोर हैण्ड शीट, बेबी क्रंच मैथर्ड, फायरमैन लिफ्ट का प्रदर्शन भी किया गया। इस दौरान प्रधानाचार्य कलीराम भट्ट, धन सिंह सजवाण, प्रभात कुमार, छत्रपाल सिंह आदि मौजूद रहे।