योग से ही कर्मों में आती है कुशलता: ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी
ऋषिकेश। जयराम संस्कृत महाविद्यालय में 2023-24 के लिए योग प्रशिक्षण का शुभारंभ हुआ। इसमें वक्ताओं ने नये प्रशिक्षणार्थियों को योग के महत्व के बारे में बताया। सोमवार को जयराम संस्कृत महाविद्यालय के योग विभाग में कार्यक्रम आयोजित हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ जयराम आश्रम ट्रस्ट के अध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी महाराज ने किया। उन्होंने कहा कि योग से ही कर्मों में कुशलता आती है। योगानुशासन यानी अनुशासन के साथ जीवन जीना ही योग है। जीवन में निष्काम कर्मयोग और अनुशासन की अहम भूमिका होती है। योग से ही शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकास संभव है। हर किसी को योग की शिक्षा लेनी चाहिए। आश्रम के ट्रस्टी अशोक शर्मा ने भी योग से जुड़ी विभिन्न जानकारियां दी। मौके पर प्रदीप शर्मा, बीएम बडोनी, मायाराम रतूड़ी, योग विभागाध्यक्ष सूर्यप्रकाश रतूड़ी, अंजना उनियाल, पूजा शर्मा, उत्तम भट्ट, विनोद गैरोला, हंसराज मुनीश शर्मा, मनीष नौगाई आदि उपस्थित रहे।