हरिद्वार कूच कर रहे बब्बर खालसा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने बॉर्डर पर रोका
विकासनगर
गुरु नानक जयंती के अवसर पर हरिद्वार में हरकी पैड़ी पर ज्ञान गोदड़ी गुरुद्वारा बनाने की मांग को लेकर बब्बर खालसा गुट के कार्यकर्ताओं का जत्था हरिद्वार कूच करने को जैसे ही हिमाचल की सीमा से लगे कुल्हाल बॉर्डर पर पहुंचा तो पहले से मुस्तैद पुलिस ने जत्थे को रोक दिया। जहां पर बब्बर खालसा गुट के कार्यकर्ताओं व पुलिस के बीच काफी जद्दोजहद हुई। जिसके चलते बब्बर खालसा गुट के कार्यकर्ताओं को बैरंग वापस लौटना पड़ा। सोमवार को बब्बर खालसा गुट ने हरिद्वार में हरकी पैड़ी पर ज्ञान गोदड़ी गुरुद्वारा बनाये जाने की मांग को लेकर हरिद्वार कूच का ऐलान किया था। जिसके चलते पछुवादून पुलिस प्रशासन सोमवार तड़के छह बजे से ही कुल्हाल बॉर्डर पर मुस्तैद रहा। एसडीएम विकासनगर विनोद कुमार, सीओ विकासनगर भाष्कर लाल शाह के नेतृत्व में भारी पुलिस बल तैनात रहा। पुलिस कर्मियों ने कुल्हाल बैरियर से पहले हिमाचल को जाने वाले पुल पर बैरिकेडिंग कर दी। करीब दो बजे तीन कारों में सवार बब्बर खालसा गुट के करीब 18 लोग हरिद्वार में ज्ञान गोदड़ी गुरुद्वारा बनाने की मांग के नारे लगाते हुए बैराकेटिंग के पास पहुंचे। जहां पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इस दौरान बब्बर खालसा गुट के कार्यकर्ताओं ने जमकर नारेबाजी की। बब्बर खालसा गुट के अध्यक्ष गुरुचरण सिंह बब्बर व कार्यकर्ताओं पुलिस से हरिद्वार कूच करने की मांग करते रहे, लेकिन पुलिस ने कार्यकर्ताओं को वहीं रोक दिया। पुलिस की सख्ती से खालसा गुट के कार्यकर्ता आगे नहीं बढ़ पाये। बब्बर खालसा गुट के अध्यक्ष गरुचरण सिंह बब्बर ने पुलिस को ज्ञापन सौंपकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के संज्ञान में मामला लाने का आग्रह किया। ज्ञापन में खालसा गुट ने मुख्यमंत्री से हरिद्वार में हरकी पैड़ी पर ज्ञान गोदड़ी गुरुद्वारा के लिए जमीन देकर गुरुद्वारा बनाने की मांग की है। कहा कि हरकी पैड़ी पर ज्ञान गोदड़ी गुरुद्वारा बनाने के लिए जगह देकर उनकी आस्था का सम्मान किया जाए। पुलिस प्रशासन ने उन्हें आश्वस्त किया कि उनकी मांग को मुख्यमंत्री तक पहुंचाया जाएगा। करीब 45 मिनट तक चली जद्दोजेहाद के बाद अंतत: बब्बर खालसा गुट के कार्यकर्ताओं को बैरंग वापस लौटना पड़ा। खालसा गुट के कार्यकर्ताओं में संजय कुमार, सतवीर सिंह, मंगल सिंह, अवतार सिंह, पंकजराज, बलजीत कौर, जोगेंद्र कौर, सकुरी कौर, दर्शन कौर, सुमीत, ताजेंद्र कौर आदि शामिल रहे।