गहनों की हॉलमार्किंग को लेकर शिकंजा कसना शुरू,बीआईएस की टीम पहुंचकर नमूने भरेगी
कानपुर।
गहनों की हॉलमार्किंग को लेकर शिकंजा कसना शुरू हो गया है। अब अचानक ज्वैलरी शॉप पर बीआईएस की टीम पहुंचकर नमूने भरेगी। टीम एक दिन में कम से कम पांच दुकानों में नमूने भरेगी। बीआईएस ने जांच के नियम तय किए हैं।
हॉलमार्क की अनिवार्यता में राहत खत्म होने के बाद नियम का पालन कराने पर जोर है। बीआईएस ने हॉलमार्क जांच के संबंध में गाइडलाइन जारी की है। इसमें कहा कि बीआईएस की टीम हर बाजार में अचानक चेकिंग करेगी। जांच के समय पारदर्शी व्यवस्था होगी। संदेह होने पर एक गहने के दो नमूने लिए जाएंगे। एक नमूना जौहरी के पास होगा। यह भी तय हुआ कि सोने के गहने के नमूने एक-एक ग्राम और चांदी के गहने के दो 20-20 ग्राम के नमूने भरे जाएंगे। गहने में गड़बड़ी मिलने पर जौहरी से स्पष्टीकरण का मौका दिया जाएगा। गहने में कमी मिलने पर ग्राहक को मुआवजा देना होगा।
आल इंडिया ज्वैलरी एंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के अध्यक्ष पंकज अरोड़ा के मुताबिक,1 दिसंबर से हॉलमार्क ज्वैलरी बेचना अनिवार्य है। जांच के नियम भी तय हैं। अखिल भारतीय स्वर्णकार परिषद के अध्यक्ष पुष्पेंद्र जायसवाल का कहना है कि बीआईएस ने कई नियम जारी किए हैं। इसमें नमूने के जांच में सहयोग मांगा गया है। व्यापारी अभी हॉलमार्क से जुड़ी समस्याओं को दूर करने की मांग कर रहे हैं।