किसी के घर के अन्दर हैण्डपम्प तो चल रहा बोर
चित्रकूट
कर्वी ब्लाक के बंदरी गांव में हैण्डपम्प रिबोर का कार्य मनमानी ढंग से कागजों में दिखाकर निजी लोगों को लाभ पहुंचाया जा रहा है। हैण्डपम्प रिबोर के नाम पर मानक से ज्यादा भुगतान हुआ है।
शुक्रवार को कर्वी ब्लाक के बंदरी गांव में हैण्डपम्प रिबोर के नाम पर बंदरबांट की कहानी सामने आई है। प्रधान, सचिव व रोजगार सेवक सरकारी धन के बंदरबांट में लिप्त हैं। बंदरी गांव में रामभवन मास्टर के घर के पास हुए हैण्डपम्प रिबोर का 93212 रुपया भुगतान दिखाया गया है। भोला के घर के पास हैण्डपम्प रिबोर में 94335, सुकुरवा कोरी के घर के पास हैण्डपम्प रिबोर 91688 रुपये, शिवचरण के घर के पास हैण्डपम्प रिबोर 91762 रुपये, रुचुनिया कहार के घर के पास हैण्डपम्प रिबोर 94458 रुपये दिखाये गये है। हैण्डपम्प रिबोर के नाम पर स्टीमेट बढाकर भुगतान हुआ है। जो हैण्डपम्प रिबोर लायक नहीं थे, अभी चल रहे थे। उनका भी फर्जी ढंग से रिबोर दिखाकर निजी लोगों के इस्तेमाल को लगवाया गया है।
खास सूत्रों ने बताया कि रोजगार सेवक ने अपने संबंधी के घर के अन्दर हैण्डपम्प लगवा दिया है। शिवचरण के घर के पास संचालित हैण्डपम्प नये घर के पास हैण्डपम्प रिबोर दिखाकर सरकारी धन का बंदरबांट हुआ है। सिलखोरी दाई के पास हैण्डपम्प को निजी व्यक्ति के इस्तेमाल को लगवाया गया है, जिसमें समरसेबल डालकर चलाया जा रहा है।
बंदरी गांव में इंटरलॉकिंग खडंजा निर्माण में मानकविहीन कार्य कराकर सरकारी धन में खेल हुआ है। राममिलन के घर से कुआ के पास हरीवा के घर तक इंटरलॉकिंग खडंजा में 248550 रुपये का भुगतान व शिवचरण के घर से छोटा के घर तक इंटरलॉकिंग खडंजा निर्माण में 230126 रुपये का भुगतान दिखाया गया है। मजदूर व मिस्त्री की मजदूरी क्रमश: 28900 व 14404 रुपये दिखाई गई है। हैण्डपम्प रिबोर सामग्री का भुगतान सुरेश पटेल के नाम हुआ है। मजदूरी का भुगतान भी सुरेश के नाम किया गया है। विकास कार्यों के लिए आई धनराशि को प्रधान व सचिव ठिकाने लगा रहे हैं। जिला प्रशासन सरकारी धन को ठिकाने लगाने वालों पर कब कार्यवाही करेगा।