टीम ने झील और तालाब बनाने की संभावनाएं तलाशी
देहरादून। भारत सरकार की सरोवर योजना के तहत दून घाटी की नदियों के संरक्षण की कवायद तेज हो गई है। शनिवार को विभिन्न विभागों की संयुक्त टीम ने दून घाटी की नदियों के अपस्ट्रीम में जाकर झील और तालाब बनाने की संभावनाएं तलाशी। टीम का नेतृत्व कर रहे यूसेक के डायरेक्टर प्रो. एमपीएस बिष्ट ने बताया कि सरोवर योजना के तहत नदियों और जलस्रोतों का संरक्षण किया जाना है, ताकि उनमें बारामास पानी रहे। इसके लिए नदियों के अपस्ट्रीम में तालाब और झीलें बनाई जानी है। टीम ने शनिवार को नून और रिस्पना नदी के अपस्ट्रीम में झील और तालाब बनाने की संभावनाएं तलाशी है। बताया कि यह महत्वकांक्षी योजना है। इस योजना से नदियों को सदानीरा बनाया जा सकता है, इससे जहां नदियों में हमेशा पानी रहेगा, वहीं जलस्रोत भी रिचार्ज रहेंगे। टीम में पेयजल निगम, राजस्व विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहे। इस मौक मौके पर पेयजल निगम के ईई सुरेशचंद पंत, ईई एसपी जोशी, आएएस गुसाईं, डीएस तडियाल, रमेश कंसवाल मौजूद रहे।