उत्तराखंड वन विकास निगम के निदेशक और तत्कालीन डीएम को किया जाए निलंबित: स्वामी शिवानंद
हरिद्वार। मातृ सदन आश्रम के अध्यक्ष स्वामी शिवानंद ने खनन में संलिप्त दो अधिकारियों को निलंबित करने की मांग की है। शनिवार को स्वामी शिवानंद ने मातृ सदन आश्रम में पत्रकारों से वार्ता की। स्वामी शिवानंद ने बताया कि उन्होंने राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन पर्यावरण मंत्रालय से पूछा कि हरिद्वार में खनन किस आधार पर किया जा रहा है। तो पर्यावरण मंत्रालय ने यह स्पष्ट कह दिया कि उन्होंने खनन की अनुमति नहीं दी है। साथ ही कहा कि हमने अपनी स्वीकृति में यह शर्त लगा दी थी, कि प्रतिबंधित क्षेत्र में खनन नहीं होगा। हरिद्वार में जो खनन हो रहा है। वह ई.सी. के विरुद्ध हो रहा है। इसके लिए उत्तराखंड सरकार उत्तरदायी है। खनन का विनियमन करना राज्य सरकार की जिम्मेदारी है। साथ ही पर्यावरण मंत्रालय ने ये भी लिखित में दिया है कि बिशनपुर में 49, चिड़ियापुर में 48, भोगपुर में 46 और श्यामपुर में 46 नियमों और शर्तों का उल्लंघन पाया गया। इसी के तहत पर्यावरण मंत्रालय ने उत्तराखंड वन विकास निगम को 23 फरवरी को ‘कारण बताओ नोटिस’ नोटिस जारी किया था। उत्तराखंड वन विकास निगम ने राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के आदेश की अवहेलना करते हुए 2020-22 में गंगा में खनन किया। स्वामी शिवानंद ने कहा कि नियमों की अवहेलना करने वाले और खनन कराने वाले जिम्मेवार अधिकारियों को निलंबित किया जाना चाहिए। उन्होंने गंगा के पांच किलोमीटर के दायरे से सभी स्टोन क्रेशरों को हटाए जाने की भी मांग की। ऐसा न करने पर मातृ सदन ने आंदोलन की चेतावनी दी है।