खत्म होगी शव को दफन करने की परंपरा

प्रयागराज

प्रयागराज के श्रृंगवेरपुर घाट पर गंगा किनारे बड़ी संख्या में शवों को दफनाए जाने पर मामले को जिला प्रशासन ने गंभीरता से लिया है. श्रृंगवेरपुर में शवों को दफनाने की परंपरा खत्म हो जाए और गंगा के तटों पर शवों का दाह संसकार करने से होने वाली गंदगी को रोकने कि लिए प्रशासन अब विद्युत शवदाह गृह बनाने की तैयारी में है।
श्रृंगवेरपुर घाट पर विद्युत शवदाह गृह के निर्माण के लिए प्रशासन ने चार विस्वा जमीन भी चिन्हित कर ली है. विद्युत शव दाह गृह के निर्माण के लिए एक प्रस्ताव बनाकर हल्का लेखपाल अनिल कुमार पटेल ने एसडीएम सोरांव अनिल कुमार चतुर्वेदी को सौंपा है. अब इसके बाद ये प्रस्ताव डीएम प्रयागराज की ओर से जल्द भेजा जाएगा. प्रस्ताव पर शासन की मंजूरी मिलते ही शवदाह गृह का निर्माण काम शुरू हो जाएगा।
श्रृंगवेरपुर घाट पर विद्युत शवदाह गृह बनने से जहां शवों को दफनाने की परम्परा पर रोक लगेगी, वहीं गंगा घाटों पर होने वाले दाह संस्कार से होने वाली गंदगी भी नहीं होगी. इसके साथ ही समय की भी बचत होगी और लोग कम खर्च में शवों का अंतिम संस्कार कर सकें।
इससे पहले श्रृंगवेरपुर घाट पर दफनाए गए शवों की कब्रों से चुनरी व लकड़ियां हटाए जाने के मामले में गठित जांच कमेटी ने अपना काम शुरू कर दिया है. कमेटी तस्वीरों के जरिए कब्रों से चुनरियां खींचते हुए लोगों की पहचान कर उनसे जानकारी जुटाने की कोशिश की जा रही है. जांच कमेटी में एडीएम प्रशासन और एसपी गंगापार को रखा गया है. दोनों अधिकारी मौके पर जाकर वहां का भी मुआयना करेंगे।

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