फिर से सत्ता में आने पर छत्तीसगढ़ में जाति सर्वेक्षण कराएगी कांग्रेस सरकार : प्रियंका गांधी वाड्रा
रायुपर
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि राज्य में सत्ता में आने पर कांग्रेस छत्तीसगढ़ में जाति सर्वेक्षण कराएगी। साल के अंत में मध्यप्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और मिजोरम के साथ चुनाव होगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में भाजपा के शासनकाल में राज्य में हिंसा का शासन चल रहा था। उन्होंने कहा कि निर्दोष आदिवासियों को जेल में डालकर कांग्रेस का शासन था जिसने हिंसा के जाल को समाप्त किया। उन्होंने कहा कि लोग सीएम भूपेश बघेल की छत्तीसगढ़ सरकार पर उनके काम के कारण भरोसा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मैं घोषणा करती हूं कि अगर कांग्रेस छत्तीसगढ़ में दुबारा सरकार बनाती है, तब हम बिहार की तरह राज्य में भी जाति जनगणना कराएंगे।
प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा, मध्य प्रदेश में मुझे बताया गया कि पंचायत की शक्तियां कम की जा रही हैं और उनका फंड भी कम किया गया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में हर क्षेत्र में विकास हो रहा है। पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधकर कहा कि सरकार पुरानी पेंशन योजना (ओपीएस) शुरू करने के लिए तैयार नहीं है, लेकिन उन्होंने अपने लिए 8,000 करोड़ रुपये के दो विमान खरीदे, 20,000 करोड़ रुपये की नई संसद बनाई। छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन योजना फिर से शुरू कर दी है। उन्होंने याद किया जब उनकी दादी और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने राज्य का दौरा किया था। उन्होंने कहा कि न केवल उनके परिवार के सदस्य, बल्कि कांग्रेस पार्टी के नेता भी लोगों से जुड़ने के लिए राज्य में आए।
कांग्रेस नेता ने कहा कि समय के साथ ही भरोसा पैदा होता है….आज अगर आपको छत्तीसगढ़ की कांग्रेस सरकार पर भरोसा है, तब इसकारण कि यहां की मौजूदा सरकार कांग्रेस की एक पुरानी परंपरा को आगे बढ़ा रही है। मेरे परिवार का छत्तीसगढ़ से पुराना नाता है। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान पं. नेहरू यहां आए थे। मेरी दादी इंदिरा जी ने 1972 में बस्तर का दौरा किया था। मेरे पिता और माँ ने भी छत्तीसगढ़ के लोगों की समस्याओं को समझने और परामर्श लेने के लिए कई बार बस्तर का दौरा किया। इस तरह छत्तीसगढ़ में कांग्रेस पार्टी पर भरोसा बना। उन्होंने कहा कि पंडित नेहरू जी ने लोगों को रोजगार देने के लिए बड़े-बड़े पीएसयू बनाए थे, भाजपा ने उन्हें बेचकर रोजगार के अवसर खत्म कर दिए। लोगों को खेती-किसानी से रोजगार मिलता था, लेकिन मोदी सरकार ने डीजल-पेट्रोल, खाद में जीएसटी लगाकर खेती को महंगा कर दिया।