1.25 लाख करोड़ से ज्यादा हो सकता है हर महीने जीएसटी का कलेक्शन
मुंबई
जैसे-जैसे अर्थव्यवस्था खुल रही है, वैसे-वैसे इसका असर भी दिख रहा है। अगर अर्थव्यवस्था की रफ्तार थोड़ी भी तेज हुई तो हर महीने गुड्स एंड सर्विसेस टैक्स का कलेक्शन 1.25 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा हो सकता है। इस बात की उम्मीद इसलिए भी है क्योंकि रिजर्व बैंक से लेकर दूसरी एजेंसियों तक, सबका मानना है कि जनवरी से मार्च 2020 के दौरान जीडीपी ग्रोथ पॉजिटिव रहेगी। आनंद राठी सिक्योरिटीज के रिसर्च हेड नरेंद्र सोलंकी कहते हैं कि हालांकि जीएसटी कलेक्शन ने कोरोना के पहले के स्तर के आंकड़े को पार कर लिया है, लेकिन अभी इसमें और बढ़ोतरी की गुंजाइश है। अर्थव्यवस्था में रिकवरी हो रही है। अभी तक इकोनॉमी पूरी तरह से खुली नहीं है, कुछ क्षेत्रों में अभी बंदिशें लगी हैं। वैक्सीन आने से चैथी तिमाही में अर्थव्यवस्था में तेजी आएगी तो हर महीने का जीएसटी कलेक्शन 1.25 लाख करोड़ रुपए तक जा सकता है।
ट्रेड में रिकवरी हो रही है
ब्रोकिंग फर्म के.आर. चैकसी के एमडी देवेन चैकसी कहते हैं कि इकोनॉमी तेज हो रही है और आगे मजबूत रहेगी। स्थिति सुधरती है तो इसका असर टैक्स कलेक्शन पर दिखेगा। कारोबार ज्यादा होगा तो टैक्स ज्यादा आएगा। उनका कहना है कि सब कुछ डिजिटल होने से टैक्स की चोरी कम हुई है। दिसंबर में जीएसटी का कलेक्शन रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने का यह भी एक कारण है।