कोरोना वायरस के बाद अब डेंगू बुखार का  कहर, एक की मौत  

देहरादून।

उत्तराखंड में कोरोना वायरस के बाद अब डेंगू बुखार ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। आतक हरिद्वार में डेंगू से एक नाबालिग की मौत हो गई। शहर में इस सीजन में डेंगू से यह पहली मौत है। किशोर को बुखार के चलते बीते शनिवार को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां पर किशोर की तबीयत बिगड़ने पर उसे अगले दिन हायर सेंटर रेफर कर दिया गया था। सोमवार को एम्स ऋषिकेश में उपचार के दौरान किशोर की मौत हो गई।
उधर माह भर के अंदर हरिद्वार में डेंगू के 15 मामले सामने आए हैं। जबकि, देहरादून जिले में डेंगू केसों की संख्या 50 के पार पहुंच गई है। जानकारी के अनुसार ऋषिकुल कॉलोनी निवासी एक 12 वर्षीय किशोर की बीते शनिवार को तबीयत खराब हो गई थी। जिसे उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां जांच में डेंगू की पुष्टि हुई थी। जिला अस्पताल में किशोर की तबीयत बिगड़ने पर उसे रविवार को हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया गया था।
किशोर के परिजन उसे एम्स ऋषिकेश ले गए थे। लेकिन वहां पर बेड उपलब्ध न होने के कारण परिजन किशोर को उपचार के लिए जौलीग्रांट के एक अस्पताल ले गए। लेकिन वहां पर भी किशोर उपचार के लिए भर्ती नहीं हो सका। परिजन किशोर को एक बार फिर से एम्स ऋषिकेश ले गए। जहां किसी तरह से परिजनों ने किशोर को किसी तरह भर्ती कराया। जहां पर उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई।
किशोर की मौत से उसके परिवार का रो-रो कर बुरा हाल है। सीएमओ शंभू झा का कहना है कि इस संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। वहीं, बीते एक महीने में जिला अस्पताल में डेंगू के करीब 15 केस सामने आ चुके हैं। जिला मलेरिया अधिकारी गुरनाम सिंह ने बताया कि अस्पताल में अब तक 15 डेंगू मरीज सामने आ चुके हैं। डेंगू से बचाव के लिए शहर में अलग-अलग स्थानों पर नियमित छिड़काव कराया जा रहा है।
ये सावधानियां  बरतें
1- अगर आप डेंगू बुखार की चपेट में आ गए हैं, तो जितना हो सके आराम करने पर ध्यान दें और शरीर में पानी की कमी न होने दें।
2- मच्छरों से बचाव करना बेहद आवश्यक है। इसके लिए सोते समय मच्छरदानी लगाएं। दिन में भी पूरी बांह के कपड़े पहनें, ताकि मच्छर न काट सके।
3- घर में और घर के आस-पास पानी जमाव न होने दें।
4- बुखार बढ़ने पर चिकित्सकों को दिखाएं।
5- पानी को हमेशा ढककर रखें, और हर दिन बदलते रहें।
6-  कूलर का पानी हर दिन बदलते रहें।
7- खिड़की और दरवाजे पर मच्छर से बचने के लिए जाली लगाएं। जिससे मच्छर अंदर न आ सकें।
इसके अलावा डेंगू के लक्षण सामने आने पर, या इस तरह की समस्याएं होने पर अपने डॉक्टर से उचित परामर्श जरूर लें। दवाइयों का सेवन भी चिकित्सकीय परामर्श के अनुसार ही करें।

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