निकाह में फिजूल खर्ची रोकने का फैसला
ललितपुर —
उत्तर प्रदेश के ललितपुर जिले में जिला मुस्लिम एसोसिएशन ने बैठक कर मुस्लिम समाज के लोगों द्वारा शादी समारोह कार्यक्रमों में होने वाली फिजूलखर्ची को रोकने का सामूहिक फैसला किया। बैठक में कहा गया कि शादी में डीजे और बैंड न बजें और न ही खड़े होकर खाना खाया जाए. इस फैसले को न मानने वालों का निकाह कोई इमाम नहीं पढ़ाएगा।
बैठक में निकाह कार्यक्रम में फिजूलखर्ची को रोकने का अहम फैसला किया गया. यह भी तय हुआ कि रात 10 बजे के बाद कोई निकाह नहीं पढ़ाया जाएगा. शादी में डीजे, बैंड, आतिशबाजी आदि नहीं की जाएगी. न ही दावतखाने में कोई खड़ा होकर खाना खाएगा। महिला और पुरुषों के लिए अलग-अलग खाने की व्यवस्था की जाएगी. बैठक में निर्णय लिया गया कि अगर जो इन पाबंदियों को नहीं मानता है तो संबंधित उलेमा का बहिष्कार किया जायेगा. इसके बाद वो किसी भी मस्जिद में इमामत नहीं करेंगे. अगर कोई जबरन इन नियमों को तोड़ता पाया गया तो ऐसी शादियों में कोई भी इमाम निकाह नहीं पढ़ाएगा। सदस्य मुस्लिम एसोसिएशन ललितपुर के इमाम आदिल जमील ने कहा कि शादी को सरल और आसान बनाना बहुत जरूरी है।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने एक ट्वीट भी किया. इस ट्वीट में कहा गया कि मुसलमानों को बड़े होटलों और महंगे वेडिंग हॉल्स में विवाह समारोह नहीं करने चाहिए. इसी तरह, प्रचलित दहेज, बरात और अन्य अनुष्ठानों से बचें. अपने आप को और दूसरों को बचाएं. बैठक के दौरान सभी मस्जिदों के इमाम, अंजुमन एवं मेंबर शहर पेश इमाम और मुस्लिम एसोशिएशन के अध्यक्ष आदि मौजूद रहे. बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना मुहम्मद राबे हसनी नदवी ने कहा कि अपनी पत्नियों के साथ अच्छा व्यवहार करें और इस्लामी शिक्षाओं को अपनाकर सफलता और समृद्धि प्राप्त करें।