नर्स ने दो बार लगा दिया कोरोना का टीका
कानपुर
देश में कोरोना के कहर के बीच वैक्सीनेशन भी तेजी से लगाई जा रही है, ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को सुरक्षित रखा जा सके. अब देश भर में वैक्सीनेशन का थर्ड फेज (तीसरा चरण) शुरू हो चुका है. हालांकि, कोरोना के इस भयंकर रूप को देखने के बाद भी लोगों में बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है. लेकिन हैरानी की बात यह है कि लापरवाही केवल आम लोगों की नहीं, बल्कि हेल्थ वर्कर्स की भी सामने आ रही है. यूपी के कानपुर से ऐसा ही एक मामला देखने को मिला, जहां एक एएनएम (ऑक्सिलरी नर्स मिडवाइफरी) ने महिला को एक के बजाय 2 बार वैक्सीनेट कर दिया।
मामला कानपुर देहात का है. यहां पर मड़ौली के पीएचसी में कोरोना टीकाकरण किया जा रहा है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यहां पर कमलेश देवी नाम की एक महिला टीका लगवाने आईं. जब वह आकर बैठीं तो देखा कि नर्स फोन पर किसी से बात कर रही है. फिर उसने बात करते-करते ही एक बार वैक्सीन लगाई. थोड़ी देर में उसने दोबारा उसी प्रोसेस से महिला को टीका लगा दिया. इस बारे में जब महिला ने नर्स को बताया तो उसने अपनी गलती मान ली. फिर जब महिला कमलेश देवी के घरवालों को यह बात पता चली, तो उन्होंने बवाल कर दिया।
वहीं, कमलेश देवी ने मीडिया को बताया कि नर्स अपने मोबाइल पर लगी हुई थी और फोन पर बात करने में काफी बिजी थी. ऐसे में उसने एक बार इन्जेक्शन लगाने के बाद महिला को वहां से हटने के लिए नहीं कहा. बात-बात में वह भूल ही गई कि महिला को वैक्सीनेट किया जा चुका है. वहीं, कमलेश देवी ने बताया कि उसे मालूम नहीं था कि कितने इन्जेक्शन लगने हैं।
इसके बाद महिला ने नर्स से पूछा कि क्या दो बार वैक्सीन लगाई जाती है? जिसपर उसने कहा कि नहीं एक ही बार लगती है. नर्स के इस जवाब पर महिला ने उसे बताया कि उसे दो बार टीका लगा दिया गया है. इस बात पर नर्स गुस्सा होकर चिल्लाने लगी कि कमलेश वहां से उठी क्यों नहीं. महिला ने कहा कि नर्स ने उसे बोला नहीं, इसलिए वह उठी नहीं।
वहीं, इस मामले पर कमलेश देवी के बेटे ने मीडिया को बताया है कि उनकी हालत ठीक है. कोई साइड इफेक्ट देखने को नहीं मिला है. लेकिन उनका हाथ बुरी तरह सूज गया है।