राज्य महिला आयोग उपाध्यक्ष ने किया सरकारी अस्पताल का औचक निरीक्षण

 

– महिला डॉक्टर पर आशाओं के माध्यम से सुविधा शुल्क मांगने का आरोप

काशीपुर। राज्य महिला आयोग की उपाध्यक्ष एवं दर्जा राज्यमंत्री शायरा बानो ने एलडी भट्ट सरकारी अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। अस्पताल में मरीजों ने एक महिला डॉक्टर पर आशाओं के माध्यम से ऑपरेशन के नाम पर सुविधा शुल्क मांगने का आरोप लगाया। शिकायत के बाद आयोग उपाध्यक्ष ने महिला डॉक्टर से भी आरोपों की जानकारी ली। सोमवार को राज्य महिला आयोग उपाध्यक्ष ने सरकारी अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। अस्पताल के महिला और पुरुष वार्ड, अस्पताल के शौचालयों, दवा वितरण काउंटर, बर्न वार्ड, कैंटीन और ट्रामा सेंटर में पहुंचकर जानकारी ली। इस दौरान महिला वार्ड में भर्ती महिला मरीजों ने खुलेआम प्रसव के नाम पर आशाओं के माध्यम से महिला डॉक्टर पर पांच हजार रुपये सुविधा शुल्क मांगने का आरोप लगाया। शायरा बानो ने महिला डॉक्टर से आरोपों की जानकारी लेने के दौरान कहा कि डॉक्टर अपने मरीजों से सीधे बात करें। सरकारी अस्पताल में मरीजों से बेवजह पैसों की मांग करना निंदनीय है। उन्होंने ऑर्थो वार्ड में भर्ती मरीजों से बातचीत कर हास्पिटल स्टाफ का उनके साथ बर्ताव की जानकारी ली। उसके बाद आयोग उपाध्यक्ष ने ओएसटी केंद्र पहुंचकर वहां तैनात महिला कर्मियों से काम की जानकारी ली। साथ ही मरीजों से भी दिक्कतों के बारे में पूछा।

महिला डॉक्टर से भी पूछताछ: निरीक्षण के दौरान चार महिलाओं की शिकायत पर स्त्री रोग विशेषज्ञ से भी पुछताछ की गई। महिलाओं ने कहा की डॉक्टर ने उनसे अतिरिक्त पांच हजार रुपये मांगे। जबकि डॉक्टर ने इन शिकायतों को निराधार बताया है

स्टॉक में दवाइयां कम होने पर जताई नाराजगी: निरीक्षण के दौरान कई मरीज दवाईयां उपल्बध न होने की शिकायत लेकर आयोग उपाध्यक्ष के पास आए। मरीजों ने बताया की कुछ दवाइयां अस्पताल में उपल्बध नहीं हैं। जो कि बाहर के मेडिकल स्टोर से लेनी पड़ रही हैं। इस पर आयोग उपाध्यक्ष ने नाराजगी जताई और सीएमएस से इस विषय में पूछा तो उन्होंने स्टॉक खत्म होने की बात कही। साथ ही आश्वासन दिया की जो दवाइयां उपल्बध नहीं हैं वे अगले दो तीन दिन में अस्पताल में उपल्बध कराई जाएंगी।

उन्हें पता चला कि आशाओं के द्वारा इस तरह का कार्य किया जा रहा है। वह अब तक अपने काम में ही लगी रहती थीं, लेकिन अब इस पर भी वह ध्यान रखेंगी। क्योंकि मरीजों की सेवा करना उनका फर्ज है। मेहनत के बाद भी अगर इस तरह की बातें सुनने को मिलती है तो वह गलत हैं।

-डॉ. शिवानी सिंघल, स्त्री रोग विशेषज्ञ, सरकारी अस्पताल, काशीपुर।

महिला वार्ड में भर्ती महिला मरीजों ने आरोप लगाया कि अस्पताल की महिला डॉक्टर आशाओं के माध्यम से प्रसव कराने के लिए सुविधा शुल्क लेती हैं। मामले में अस्पताल के उच्चाधिकारियों एवं महिला डॉक्टर से भी बात की गई है। उन्होंने आगे से इस तरह की बात नहीं होने की बात कही है। वह अपनी रिपोर्ट सरकार को प्रेषित करेंगी। -शायरा बानो, उपाध्यक्ष राज्स महिला आयोग

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